शबे क़द्र के नवाफिल शबे कद्र की नफ्ल नमाज़ें और उनकी फ़ज़ीलत: बाद नमाज़े इशा: सात बार सूरये कद्र (इन्ना अनज़लना) पढ़े. फ़ज़ीलत: हर मुसीबत से निजात मिले. हज़ार फ़रिश्ते…
शबे बराअत के नवाफिल नफ्ल नमाज़ें और उनकी फ़ज़ीलत: दो रक्अत: (शबे बराअत) तहिय्यतुल वुजू. तरकीब: हर रक्अत में सूरये फ़ातिहा (अलहम्दु) के बाद एक बार आयतुल कुर्सी. तीन बार…
Blessed Nights In Islam There are some blessed nights that have very importance in Islam. Performing salah, reciting the Holy Qur’an and prayers in these nights are more important and…